Dr. B R Ambedkar Quotes in Hindi : डॉ. भीमराव रामजी आम्बेडकर जन्म: 14 अप्रैल, 1891 एक बहुजन राजनीतिक नेता, और एक बौद्ध पुनरुत्थानवादी भी थे। उन्हें बाबासाहेब के नाम से भी जाना जाता है।उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में हुआ था। dr babasaheb ambedkar slogan in hindi, dr ambedkar thoughts, dr bhimrao ambedkar suvichar.
डॉ॰ भीमराव आंबेडकर भारतीय समाज में व्याप्त छुआछूत और जातिगत भेदभाव के विरुद्ध आवाज़ उठाई और आजीवन दलित समाज के सामाजिक उत्थान के लिए संघर्ष करते रहे. वे महिलाओं और श्रमिकों के अधिकारों के समर्थक थे और सर्वदा उनके अधिकारों एक लिए प्रयासरत रहे. १९४७ में भारत के स्वतंत्र होने के उपरांत वे भारत के प्रथम कानून मंत्री बने. डॉ. भीम राव अम्बेडकर के महान अनमोल वचन, Dr.Ambedkar hindi suvichar, Dr. B R Ambedkar Quotes.
भीमराव अंबेडकर का जन्म महार जाति में हुआ था जिसे लोग अछूत और बेहद निचला वर्ग मानते थे। बचपन में भीमराव अंबेडकर (Dr.B R Ambedkar) के परिवार के साथ सामाजिक और आर्थिक रूप से गहरा भेदभाव किया जाता था। भीमराव अंबेडकर के बचपन का नाम रामजी सकपाल था.डॉ. भीम राव अम्बेडकर के सर्वश्रेष्ठ उद्धरण, ambedkar quotes in hindi, Dr. B R Ambedkar Quotes, dr bhimrao ambedkar quotes in hindi.
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Dr. B R Ambedkar Quotes in Hindi - Babasaheb Ambedkar Slogan
सागर में मिलकर अपनी पहचान खो देने वाली पानी की एक बूँद के विपरीत , इंसान जिस समाज में रहता है वहां अपनी पहचान नहीं खोता । इंसान का जीवन स्वतंत्र है । वो सिर्फ समाज के विकास के लिए नहीं पैदा हुआ है , बल्कि स्वयं के विकास के लिए पैदा हुआ है । – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
एक महान आदमी एक प्रतिष्ठित आदमी से इस तरह से अलग होता है कि वह समाज का नौकर बनने को तैयार रहता है .– डॉ॰ भीमराव आंबेडकर
यदि हम एक संयुक्त एकीकृत आधुनिक भारत चाहते हैं तो सभी धर्मों के शास्त्रों की संप्रभुता का अंत होना चाहिए – डॉ॰ भीमराव आंबेडकर
हिंदू धर्म में, विवेक, कारण, और स्वतंत्र सोच के विकास के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
हर व्यक्ति जो मिल के सिद्धांत कि एक देश दूसरे देश पर शाशन नहीं कर सकता को दोहराता है उसे ये भी स्वीकार करना चाहिए कि एक वर्ग दूसरे वर्ग पर शाशन नहीं कर सकता. – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
मैं ऐसे धर्म को मानता हूँ जो स्वतंत्रता, समानता, और भाई-चारा सीखाये – डॉ॰ भीमराव आंबेडकर
** Dr Bhimrao Ambedkar Suvichar **
डॉ॰ भीमराव आंबेडकर भारतीय समाज में व्याप्त छुआछूत और जातिगत भेदभाव के विरुद्ध आवाज़ उठाई और आजीवन दलित समाज के सामाजिक उत्थान के लिए संघर्ष करते रहे. वे महिलाओं और श्रमिकों के अधिकारों के समर्थक थे और सर्वदा उनके अधिकारों एक लिए प्रयासरत रहे. १९४७ में भारत के स्वतंत्र होने के उपरांत वे भारत के प्रथम कानून मंत्री बने. डॉ. भीम राव अम्बेडकर के महान अनमोल वचन, Dr.Ambedkar hindi suvichar, Dr. B R Ambedkar Quotes.
मनुष्य एवम उसके धर्म को समाज के द्वारा नैतिकता के आधार पर चयन करना चाहिये |अगर धर्म को ही मनुष्य के लिए सब कुछ मान लिया जायेगा तो किन्ही और मानको का कोई मूल्य नहीं रह जायेगा | – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
इतिहास बताता है कि जहाँ नैतिकता और अर्थशाश्त्र के बीच संघर्ष होता है वहां जीत हमेशा अर्थशाश्त्र की होती है . निहित स्वार्थों को तब तक स्वेच्छा से नहीं छोड़ा गया है जब तक कि मजबूर करने के लिए पर्याप्त बल ना लगाया गया हो. – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
क़ानून और व्यवस्था राजनीतिक शरीर की दवा है और जब राजनीतिक शरीर बीमार पड़े तो दवा ज़रूर दी जानी चाहिए – डॉ॰ भीमराव आंबेडकर
जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता नहीं हांसिल कर लेते, क़ानून आपको जो भी स्वतंत्रता देता है वो आपके किसी काम की नहीं – डॉ॰ भीमराव आंबेडकर
आज भारतीय दो अलग -अलग विचारधाराओं द्वारा शाशित हो रहे हैं . उनके राजनीतिक आदर्श जो संविधान के प्रस्तावना में इंगित हैं वो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारे को स्थापित करते हैं . और उनके धर्म में समाहित सामाजिक आदर्श इससे इनकार करते हैं. – डॉ॰ भीमराव आंबेडकर
किसी भी कौम का विकास उस कौम की महिलाओं के विकास से मापा जाता हैं | – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
राजनीतिक अत्याचार सामाजिक अत्याचार की तुलना में कुछ भी नहीं है और एक सुधारक जो समाज को खारिज कर देता है वो सरकार को ख़ारिज कर देने वाले राजनीतिज्ञ से कहीं अधिक साहसी हैं. – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
जिस तरह मनुष्य नश्वर है ठीक उसी तरह विचार भी नश्वर हैं। जिस तरह पौधे को पानी की जरूरत पड़ती है उसी तरह एक विचार को प्रचार-प्रसार की जरुरत होती है वरना दोनों मुरझा कर मर जाते है। – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
**बाबासाहेब के सर्वश्रेष्ठ विचार**
भीमराव अंबेडकर का जन्म महार जाति में हुआ था जिसे लोग अछूत और बेहद निचला वर्ग मानते थे। बचपन में भीमराव अंबेडकर (Dr.B R Ambedkar) के परिवार के साथ सामाजिक और आर्थिक रूप से गहरा भेदभाव किया जाता था। भीमराव अंबेडकर के बचपन का नाम रामजी सकपाल था.डॉ. भीम राव अम्बेडकर के सर्वश्रेष्ठ उद्धरण, ambedkar quotes in hindi, Dr. B R Ambedkar Quotes, dr bhimrao ambedkar quotes in hindi.
सागर में मिलकर अपनी पहचान खो देने वाली पानी की एक बूँद के विपरीत , इंसान जिस समाज में रहता है वहां अपनी पहचान नहीं खोता . इंसान का जीवन स्वतंत्र है . वो सिर्फ समाज के विकास के लिए नहीं पैदा हुआ है , बल्कि स्वयं के विकास के लिए पैदा हुआ है. – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
मैं किसी संप्रदाय की प्रगति महिलाओं द्वारा हासिल प्रगति के परिमाण से मापता हूँ. – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
मनुष्य नश्वर है. उसी तरह विचार भी. एक विचार को उतने ही प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है, जितनी एक पौधे को पानी की. अन्यथा दोनो मुरझा जायेंगे और मर जायेंगे. – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
समानता एक कल्पना हो सकता है लेकिन इसे गवर्निंग सिद्धांत के रूप से स्वीकार करना जरुरी है – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
इन्सान का जीवन स्वन्त्रत है इन्सान समाज के विकास के लिए ही नही अपितु स्वय के विकास के लिए पैदा हुआ है – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
हमारी यह स्वतंत्रता किस लिए है ? हमारी यह स्वतंत्रता इसलिए है ताकि हम अपनी सामाजिक व्यवस्था, जो असमानता, भेद-भाव और अन्य चीजों से भरी पड़ी है, जो हमारे मौलिक अधिकारों से भिन्न है, में सुधार कर सकें. – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
यदि हम एक संयुक्त एकीकृत आधुनिक भारत चाहते हैं, तो सभी धर्मों के धर्मग्रंथों की संप्रभुता का अंत होना चाहिए। – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
जो धर्म जन्म से एक को श्रेष्ठ और दूसरे को नीच बनाए रखे, वह धर्म नहीं, गुलाम बनाए रखने का षड़यंत्र है। – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
राष्ट्रवाद तभी औचित्य ग्रहण कर सकता है, जब लोगों के बीच जाति, नरल या रंग का अन्तर भुलाकर उसमें सामाजिक भ्रातृत्व को सर्वोच्च स्थान दिया जाये। – डॉ. भीम राव अम्बेडकर
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